Dengue Symptoms in Hindi:- दोस्तों आज हम एक बहुत ही जबरदस्त टॉपिक जिसमे हम डेंगू के लक्षण, डेंगू मच्छर काटने का समय, इलाज और इसके इलाज के लिए डाइट प्लान इन सभी टॉपिक पर डिटेल में बात करेंगे। अगर आप भी चाहते है की डेंगू आपके परिवार में आपके बच्चे, पति, पत्नी, माता और पिता किसी को ना हो तो ये dedicated article आपके लिए है इसके लिए आर्टिकल पूरा जरूर पढ़े।
आप सभी तो जानते है की कोरोना गए कुछ ज्यादा दिन भी नहीं हुए। की अब डेंगू का प्रकोप इतना ज्यादा फेल रहा है की छोटे से लेकर बड़े बुजुर्गो तक अस्पताल में भीड़ इकट्ठी हो गई है। ऐसे में अगर आप ध्यान नहीं रखेंगे तो आप भी इस भीड़ में शामिल हो जाएंगे। डेंगू से बचने के लिए आपको डेंगू के बारे में जानना बहुत जरुरी है तो चलते है बिना किसी देरी के :-
What is Dengue Mosquito – डेंगू मच्छर कैसा होता है?
डेंगू एक वायरल बीमारी होती है जो डेंगू वायरस (एक अर्बोवायरस) के संक्रमण के कारण होती है। ये मादा एडीज मच्छर द्वारा मनुष्य में फैलती है। डेंगू बुखार जैसे (Dengue Haemorrhagic Fever) और (Dengue Shock Syndrome) ये दोनों डेंगू रूप गंभीर बीमारी के लिए जिम्मेदार है। देखने में डेंगू मच्छर की टांगो पर सफ़ेद धारिया बनी होती है।
Types of Dengue in Hindi – डेंगू मच्छर के प्रकार
जैसा की आप सभी जानते है की डेंगू एक वायरस के कारण होता है। जो जिनस फ्लेविवायरस के रूप में होता है Antigenic और जैविक विशेषताओ के आधार पर यहाँ चार वायरस सिरोटाइप है जिन्हे DENV – 1, DENV – 2, DENV – 3 और DENV – 4 के रूप में नामित किया गया है। ये चारो डेंगू के प्रकार अलग अलग गम्भीरता के साथ डेंगू बुखार की महामारी के लिए बराबर रूप से जिम्मेदार है।
Dengue Symptoms in Hindi – डेंगू के लक्षण इन हिंदी
डेंगू मच्छर समान्य मच्छरों से कुछ अलग दिखते है इनमे चीते जैसी धारिया बनी होती है। डेंगू के मच्छर ज्यादातर सुबह और दिन के समय काटते है ध्यान रहे दिन के समय मच्छर बिल्कुल भी ना काटे। मानसून के खत्म हो जाने के बाद इसके केस बहुत ज्यादा हो जाते है। डेंगू मच्छर के काटते ही आपको शरीर में लक्षण चार से पांच दिनों में जाकर दिखते है। अब जानेगे की डेंगू के लक्षण कैसे होते है।
Dengue Symptoms in Hindi इसके लिए आगे पढ़ते रहे…..
1. अचानक तेज बुखार आना।
2. आगे की तरफ सिर में दर्द होना।
3. चक्कर आना।
4. आँखों में दर्द होना
5. पुरे शरीर के जोड़ो में दर्द होना।
6. भूख ना लगना।
7. घबराहट और उलटी आना।
8. किसी भी चीज़ का स्वाद ना आना।
9. लगातार प्लैटलैट्स में कमी आना।
Dengue Fever Treatment in Hindi at Home – डेंगू लक्षण दिखने पर करे ये घरेलू उपचार
अगर डेंगू के लक्षण दिखाई देने लगे तो सबसे पहले तो जाँच करवा ले की शरीर में प्लेटलेट्स की कमी हो रही है, या नहीं यदि प्लेट्सलेट्स की कमी हो रही है तो यहाँ कुछ घरेलु उपाय बताये जा रहे है। जिनको आप अगर लगातार उपयोग में लाएंगे तो डेंगू का जोखिम बिल्कुल खत्म हो जायेगा।
1. पपीते का पत्ता (Papaya)
जरूर आपने सुना होगा की डेंगू में पपीते, नीम, गिलोय का काढ़ा फायदेमंद है। एक अध्ययन में ये पाया गया है की पपीते के पत्ते में पापेन, सइमोपपेन, और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व पाए जाते है, जो डेंगू के बुखार में कम हुई प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करते है।
2. गिलोय (Giloy)
क्या आपको पता है की आयुर्वेद में गिलोय को रसायन के रूप में माना गया है। गिलोय के कड़वेपन के कारण ये हमें बैक्टीरिया,और वायरस से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। एक रिसर्च के अनुसार गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी प्यरेटिक गुण पाए जाते है जो वायरल फीवर, डेंगू से हमारा बचाव करती है।
3. नीम (Neem)
ncbi.nlm.nih.gov की वेबसाइट में प्रकाशित एक आर्टिकल में बताया गया है की नीम की पट्टी में एंटी इंफ्लामेंटरी, एंटीक्यूलर, ऐंटिफंगल, और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते है जो डेंगू, मलेरिया के बुखार में काफी प्रभावी है।
4. अदरक (Ginger)
अगर डेंगू की शिकायत हो गई है तो अदरक का उपयोग आपके लिए फायदेमंद होगा। अदरक में भरपूर मात्रा में इम्यूनोन्यूट्रीशन पाया जाता है जो शरीर में इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक) को बढ़ाने में मदद करता है।
अदरक, नीम, पपीते के पत्ते, और गिलोय का काढ़ा कैसे बनाये। How to Make Ginger, Neem, Papaya Leaves, and Giloy Drink
सामग्री:-
- 1. एक अदरक का टुकड़ा
- 2. 4 – 5 नीम के पत्ते
- 3. पपीते का एक पत्ता
- 4. एक पत्ता गिलोय
बनाने की विधि:-
- सबसे पहले एक बर्तन में एक गिलास पानी लेले और उसे गैस पर गर्म कर ले।
- अदरक, नीम के पत्ते, पपीते का पत्ता और गिलोय को कूटकर पानी में डाल दे।
- अब पानी को तब तक उबाले जब तक एक गिलास पानी आधा ना रह जाये।
- जिसे डेंगू के लक्षण दिख रहे है उसे ये काढ़ा दिन में तीन बार जरूर सेवन करना चाहिए।
5. कीवी (Kiwi)
कीवी को ड्रैगन फ्रूट के नाम से भी जाना जाता है। एक अध्ययन के अनुसार कीवी में पोटासियम, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, फेनोलिक एसिड, एस्कोर्बिक एसिड और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करता है। डेंगू के लक्षण दिखने शुरू हो गए है तो ऊपर बताये गए काढ़े के साथ कीवी फ्रूट का भी सेवन करे।
6. बकरी का दूध
डेंगू के इलाज में बकरी का दूध बहुत ही कारगर साबित होता है। डेंगू के बढ़ते प्रकोप में बकरी के दूध की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गयी है। क्योकि बकरी के दूध में विटामिन डी, पोटेसियम, कैल्शियम और प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। डॉक्टरों का कहना है की बकरी के दूध से प्लेटलेट्स बढ़ने का कोई सबुत नहीं मिला है, लेकिन यहाँ बकरी का दूध प्लैटलैट्स बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि ताकत बढ़ाने के लिए है। डेंगू के बुखार में ताजे बकरी के दूध का सेवन जरूर करे।
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What to Eat When You Have Dengue Symptoms in Hindi – डेंगु होने पर क्या खाये।
डेंगू बुखार हो गया है या फिर लक्षण है तो खाने में बदलाव जरूर कर दे। कोई भी बुखार होने का सबसे बड़ा कारण हमारी इम्युनिटी का कमजोर होना है। जब हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है तब हम बुखार की चपेट में आ जाते है। डेंगू बुखार में मरीज को खाने में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए जो इस प्रकार है :-
दालों का सेवन:-
क्योकि दालों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहइड्रेट, विटामिन्स, और भी काफी पौष्टिकता शामिल होती है। ज्यादातर छिलके सहित दालों को खाने में शामिल करेंगे तो डेंगू बुखार से रिकवरी करने में बहुत ज्यादा मदद मिलेंगी।
पानी:-
बुखार होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिससे बार बार उल्टी, दस्त, पसीना आने के कारण शरीर में डीहाइड्रेशन की गंभीर िस्थति पैदा हो सकती है। कम से कम 4 – 5 लीटर पानी तो पीना ही चाहिए। जब हमारे शरीर में पानी की कमी होती है तब आपने देखा होगा पेशाब भी थोड़ा थोड़ा और पीला आना शुरु हो जाता है। जो शरीर से बैक्टीरिआ को बाहर निकालने में रूकावट पैदा करता है।
नारियल पानी:-
नारियल पानी जो हमारी इम्युनिटी को बूस्ट करता है, हमें बैक्टीरिआ और वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाने में मदद करता है। नारियल पानी में पौटेशियम , सोडियम, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते है। नारियल पानी का डेंगू बुखार में सेवन से शरीर में एनर्जी और ताकत बनी रहती है। अगर आप इसका नियमित सेवन भी करते है तो शरीर में पानी की कमी नहीं होती।
निम्बू पानी:-
निम्बू एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, निम्बू में ऐसे गुण पाए जाते है जो जी मिचलाने, बदहजमी, उल्टी में आराम प्रदान करता है। शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है।
फ्रूट:-
बुखार में डॉक्टरों की सलाह होती है की मरीज को हल्का खाना दिया जाना चाहिए। हल्के खाने में आप फ्रूट्स जैसे सेब, अनार, ऑरेंज और साथ में दलिया और ओट्स जैसे हल्के भोजन का सेवन कर सकते है।
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What to Not Eat When You Have Dengue Symptoms in Hindi – डेंगु होने पर क्या नहीं खाये।
डेंगू में तली भुनी चीज़ो का उपयोग बिल्कुल ना करे। क्योकि ये आपको डेंगू बुखार से उठने ही नहीं देगा।
कैफीन और सोडा युक्त जैसी चीज़ो का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योकि ये आपकी इम्युनिटी को घटाकर प्लेटलेट्स को लगातार कम करने का कारण बनता है।
डेंगू बुखार में मसालेदार, चटपटे भोजन का सेवन ना करे। क्योकि इससे पेट सम्बन्धी बीमारी हो सकती है।
Q and A Section आपके सवाल हमारे जवाब
Q. क्या डेंगू बुखार में पेरासिटामोल दवाई का उपयोग कर सकते है?
A. किसी दवाई का सेवन करने से पहले चिकित्स्क से जरूर परामर्श ले। क्योकि यहाँ बताये गए घरेलु उपचारो को आप स्वयं उपयोग में ले सकते है।
Q. डेंगू बुखार शरीर में कितने दिनों तक रहता है?
A. मादा एडीज़ मच्छर के काटने पर इसके लक्षण 4 – 5 दिनों में दिखने शुरू होते है, और बुखार शरीर में 3 – 7 दिनों तक रह सकता है।
Q. डेंगू बुखार में प्लैटलैट्स की कमी क्यों होती है?
A. क्योकि डेंगू के वायरस शरीर में हमारे बोनमेरु को नुकसान पहुंचाते है यह वायरस ऑप्टोसिस द्वारा प्लैटलैट्स को नष्ट करता है।
Q. शरीर में प्लैटलैट्स की कमी है कैसे पता करे?
A. डेंगू बुखार में प्लैटलैट्स की क्षति जानने के लिए CBC (Complete Blood Cells) की जाँच उचित होती है।
Thanks for a great complement it’s my pleasure.
Bahut hi achha article h mujhe bahut hi pasand aya h isme dengue ke bare me complete knowledge aur upchar bataya gaya h thank you for given great knowledge.