हेलो Friends तो कैसे है आप, तो आज हम बात करेंगे तुलसी तेल के फायदे और तुलसी का तेल कैसे बनाये। तो चलिए चलते है बिना किसी देरी के Article की तरफ :-
तुलसी का तेल बनाने के लिए सबसे पहले हम तुलसी (basil) के बारे थोड़ा जान लेते है. भारतीयों घरो में पवित्रता का दूसरा नाम है :- तुलसी, तुलसी को अमृता भी कहा जाता है. तुलसी का scientific नाम ocimum sanctum linn भी होता है. तुलसी के पौधा की ऊंचाई 30 – 75 Cm तक होती है. तुलसी के सारे parts medicine बनाने में काम आते है। तुलसी के पत्ते हरे colour और aromatic flavour के होते है. तुलसी के फूल हल्के purplish colour के होते है.
तुलसी का तेल कैसे बनाये | How To Make Tulsi Ka Tel
तुलसी का तेल तुलसी के पुरे पौधे से बनाया जाता है. तुलसी का तेल बनाना है तो गर्मियों में इसका उचित मौसम होता है क्योकि गर्मियों में तुलसी के पत्ते ताज़ा और ज्यादा खुश्बूदार होते है अब हमें तुलसी के तेल के लिए कौन कौन सी सामग्री की आवश्यकता होगी उस पर नजर डालते है.
1. एक तुलसी का छोटा पौधा
2. 1\2 Litre जैतून का तेल/ तिल का तेल
3. 1\2 Litre पानी
तुलसी के तेल की विधि:- सबसे पहले एक 2Litre का पेन लेले| फिर तुलसी के छोटे पौधे को अच्छी तरह से धो लीजिये। तुलसी के पौधे को अच्छी तरह कूट कर या मिक्सी में ग्राइंड कर लीजिये। अब पेन में आधा लीटर तिल/जैतून का तेल, आधा लीटर पानी और तुलसी के पौधे को डाल दीजिये।
अब पेन को गैस पर चढ़ा दीजिये और धीमी आंच पर पकने के लिए छोड़ दे.पानी जब बिल्कुल पूरी तरह सुख जाये और सिर्फ तेल रह जाये| तब उसको steel की छन्नी से अच्छे से छान कर एक अलग बर्तन में निकल लीजिये| छाने हुए तुलसी के तेल को ठंडा होने के बाद किसी container में संभाल कर स्टोर कर सकते है.
तो लीजिये तैयार है आपका तुलसी का तेल। अगर आप तुलसी का तेल और भी असरकारक और मजबूत बनाना चाहते है, तो इसमें नीम का छोटा पौधा भी धोकर डाल सकते है।
Note :- ध्यान रहे की तुलसी और नीम के पौधे जड़ सहित ही उपयोग करे क्योकि किसी भी आयुर्वेदिक औषधि की जड़ो में ज्यादा ताकत होती है|
तुलसी का तेल और इसके फायदे | Benefits of Basil oil
Health Benefits of Tulsi Ka Tel
आपको ये तो पता ही होगा की तुलसी के तेल के कई सारे लाभ होते है. आप चाहे तो तुलसी के तेल की सरीर पर मालिश, बालो में, और खाद तेलों के साथ मिक्स करके भी उपयोग में ले सकते है. तुलसी के तेल में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम, आयरन, पोटैशियम, विटामीन बी, कैल्शियम पाया जाता है.तुलसी के तेल के फायदों को एक एक करके समझते है.
तुलसी का तेल यूरिक एसिड को रखे संतुलित | Tulsi oil balanced uric acid
खून में अगर यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो kidney में stone की समस्या उत्पन्न हो सकती है। क्योकि तुलसी का तेल एक बेहतरीन diuretic होता है जो आपके खून में fluids, minerals, uric acid को balanced रखता है. किडनी में स्टोन का सबसे बड़ा कारण ज्यादा यूरिक एसिड होता है. गरम पानी में तुलसी का तेल डालकर रोजाना सेवन से स्टोन से छुटकारा पाया जा सकता है ।
तुलसी का तेल बढ़ाये स्टेमिना | Boost Your Stamina By Basil oil
अगर आप सैनिक या पुलिस की नौकरी के लिए तैयारी कर रहे है. या फिर आपको ज्यादा थकान और आलस महसूस करते है. तो तुलसी का तेल आप के लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है. क्योकि तुलसी का तेल स्टैमिना बूस्ट करता है इसे आप ऐसे समझे तुलसी का तेल हमारे शरीर की oxizen को consume करके process करने की, और उससे energy निकालने की काबिलियत को बढ़ा देती है. अगर आप energy level को बढ़ाना चाहते है तो आपको तुलसी का तेल जरूर डाइट में शामिल करना चाहिए ।
तुलसी का तेल पाचन तंत्र को बनाये मजबूत | Strong your digestion system
अगर गैस, बदहजमी, दस्त, एसिडिटी और खट्टी डकारों या acid reflex के लिए, जिसमे आमतौर पर खट्टी डकार के साथ पुरे गले में जलन महसूस होती है. तो आपको कही जाने की जरूरत नहीं है और किसी भी एलोपेथिक दवा का सेवन करने से पहले एक बार गुनगुने पानी में 4 – 4 बूंद तुलसी के तेल का सेवन जरूर करे। तुलसी के तेल की एक बड़ी खासियत है की ये लिवर की efficiency को बढ़ा देती है. तुलसी का तेल शरीर को detoxify करता है. यानि toxins को body से बाहर निकलता है.
छाले और दांतो की सड़न को रखे दूर | Relief in Ulceration and tooth Decay
दांतो की सड़न और छालों का सबसे बड़ा कारण आजकल का खान पान है, ऐसा इसलिए है हम जिस भी भोजन का सेवन करते है उसमे मिलावट तो होती है. इसका सबसे बड़ा कारण ये भी है, की हम रात को दातुन करके नहीं सोते। जिसके कारण मुँह और पेट में कैविटी और बैक्टीरिया पैदा हो जाते है।
घबराइए मत इस समस्या का समाधान तुलसी के तेल में छिपा हुआ है. तुलसी के तेल से दातुन करने से दांतो की सड़न, छाले और मुँह से बदबू आने की समस्या को दूर किया जा सकता है. अगर दांतो में पायरिया या खट्टा लगने की समस्या है तो भी जड़ से खत्म हो जाएगी। क्योकि तुलसी के तेल में anti bacterial, और anti fungal properties पाई जाती है जो बैक्टीरिया और कीटाणुओं को पनपने से रोकती है।
मुँहासे से छुटकारा दिलाये तुलसी का तेल | Free From Mushaseb
अगर आपके मुँह पर कील, मुहांसे की समस्या उत्पन्न हो गई है तो कोई बात नहीं तुलसी का तेल, चन्दन पाउडर, गुलाबजल, निम्बुरस और ग्लिसरीन का उपयोग करके एक बेहतरीन face pack बना सकते है. और अगर हमेसा के लिए acne की समस्या से छुटकारा पाना चाहते है. तो इस फेस पैक का उपयोग daily life में करे। अगर आपकी स्किन पर दाग, धब्बे या झाइयां पड़ गई है तो तुलसी के तेल का उपयोग बाहरी रूप से कर सकते है।
सर्दी जुकाम और एन्फ्लूएंजा को रखे दूर | Beneficial in cold, flu and Influenza
अगर सर्दी जुकाम और एन्फ्लूएंजा से परेशान है तो कही भटकने की जरूरत नहीं। इसका इलाज आपको अपने घर में ही मिल जायेगा। तुलसी के तेल को गुनगुने पानी में 4 – 5 बून्द को मिलाकर पी ले। तुलसी के तेल में एंटीसेप्टिक, एंटिफिवर, और एंटीबैक्टीरिअल गुणो के कारण ही खासी जुकाम में काफी लाभकारी साबित होती है। तुलसी के तेल से काली खासी को भी नष्ट किया जा सकता है।
उल्टी को रोकने में फायदेमंद तुलसी का तेल | Beneficial in nausea by Basil oil
कभी कभी ऐसा पाया जाता है की पेट खाली होने पर भी जि घबराने और मतली की समस्या उत्पन्न हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योकि जब हम सुबह उठते है और रात का भोजन नहीं पचता तो मतली की समस्या हो सकती है। इसे मॉर्निंग सिकनेस भी कहते है तुलसी के तेल को सुबह खाली पेट पानी में मिलाकर पीने से मतली की समस्या खत्म हो जाती है।
टेंशन को दूर करता है तुलसी का तेल | Helping In Remove Tension
ज्यादा काम की वजह से और नींद की कमी से शरीर में थकावट, उदासी, डिप्रेशन, और टेंशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अगर तुलसी के तेल का सेवन रोजमर्रा की जिंदगी में करते है तो डिप्रेशन, और टेंशन से छुटकारा पा सकते है। ऐसा इसलिए क्योकि तुलसी के तेल में Blood Circulation को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते है तुलसी के तेल का नियमित सेवन और गर्म तेल की मालिश करने से बॉडी relax feel करती है।
तुलसी का तेल बालो के लिए | Tulsi Ka Tel for Hair
ladies अगर बालो की समस्याओ से परेशान हो गई है, जैसे बालो का अधिक झड़ना, दो मुहे बाल, रुसी और डेंड्रफ को control करना है तो तुलसी का तेल आपके लिए है. ऐसा इसलिए है क्योकि तुलसी का तेल scalps में रक्त संचार को बढ़ाता है। जिससे बालो का झड़ना कम हो जाता है। तुलसी का तेल बालो में लगाने से बाल की जड़े मजबूत होती है। रोजाना के तेल में तुलसी का तेल मिलाकर लगाने से स्कैल्प तक पोषण मिलता है और बालो का सुस्ख़पन खत्म हो जाता है।
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तुलसी के तेल का उपयोग | How to Use Tulsi ka Tel
1. सब्जी बनाने में थोड़ा खाद्य तेल और तुलसी का तेल मिलाकर उपयोग में ले सकते है।
2. तुलसी का तेल एक कटोरी में गरम करके त्वचा पर लगाने से त्वचा चमकदार बनती है।
3. व्यस्क इसका सेवन दिन में दो से तीन बार गर्म पानी में मिलाकर ले सकते है।
4. बच्चो के पेट में कीड़े पड़ने की समस्या है, तो तुलसी तेल को पानी में दो से तीन बून्द मिलाकर पीला सकते है।
5. तुलसी का तेल का इस्तेमाल आप दवाई के रूप में भी कर सकते हैं।
6. तुलसी के तेल का सेवन आप दही या छांछ के साथ कर सकते हैं।
तुलसी का तेल और इसके नुकसान | Side Effects of Basil oil
तो दोस्तों तुलसी का तेल कैसे बनाये, तुलसी के तेल के फायदे और उपयोग तो हमने जान लिए लेकिन अब इसके नुकसान क्या – क्या हो सकते है। उन पर भी थोड़ी नज़र डाल लेते है। दोस्तों हम आपको हमेसा ये बताते आए हे की आयुर्वेद का कोई नुकसान नहीं होता। लेकिन अति तो किसी भी वस्तु की ख़राब ही होती है। तो चलिए आगे बढ़ते है :-
1. गर्भवती महिला को तुलसी का तेल देने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य ले।
2. नवजात शिशुओं को तुलसी के तेल का सेवन कराने से पहले भी डॉक्टर से अवश्य सलाह कर ले।
3. तुलसी का अधिक मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर कम हो सकता है। इसलिए, इसका उपयोग मधुमेह से पीड़ित लोगों और दवा लेने वाले लोगों के लिए उचित सावधानियों के साथ किया जाता है।
4. स्तनपान कराने वाली महिलाओं को तुलसी का सेवन चिकित्सकीय देखरेख में ही करना चाहिए
तो दोस्तों यह थी तुलसी के तेल से जुड़ी कुछ जानकारी। हमें उम्मीद है कि आप तुलसी के तेल कैसे बनाये, फायदे और नुकसान से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच जरूर शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पाने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें। ayurvedicbenifits हमेशा आपके लिए ऐसी भरपूर जानकारी लाता रहेगा।