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Parsley in Hindi | Parsley Benefits, Uses, Side Effects, and Nutritional Value

parsley in hindi

Parsley in Hindi:- अजमोद कैंसर, ब्लड शुगर, और तंत्रिका तंत्र प्रणाली को नियंत्रित करने में मदद करता है। अजमोद का उपयोग ओस्टीओपोरोसिस की समस्या को रोकने में भी किया जाता है। इसके अलावा, अजमोद Inflammatory के गुण भी पाए जाते है जो सूजन से उत्पन्न दर्द को कम करने में मदद करता है। अजमोद Immunity System को मजबूत कर पेट में जलन, अपच मतली और उलटी से राहत प्रदान करता है।

अजमोद की खेती

ज्यादातर अजमोद की खेती धरती के भूमध्य क्षेत्र (दक्षिणी इटली, ग्रीस, पुर्तगाल, स्पेन, माल्टा, मोरक्को, अल्जीरिया और ट्यूनीशिया) के रहने वाले लोगो द्वारा की जाती है। अजमोद के पत्तो को अच्छी नमी, तेज धुप और सुखी मिटटी की आवश्य्कता होती है। यह 22-30 डिग्री सेल्सियस (72-86 डिग्री फारेनहाइट) के बीच सबसे अच्छा बढ़ता है, और आमतौर पर बीज से उगाया जाता है। बीज का अंकुरण आमतौर पर एक धीमी प्रक्रिया होती है, जिसमें चार से छह सप्ताह लगते हैं।

Parsley जिसे हिंदी में अजमोद भी कहा जाता है, अजमोद (पेट्रोसेलिनम क्रिस्पम) अपियासी परिवार झाड़ीनुमा फूलो की प्रजाति के रूप में होता है। इस झाड़ीनुमा फूलो का उपयोग मसालो में, जड़ीबूटियों में और सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल लिया जाता है। इसका उपयोग ज्यादातर दो रूपों में किया जाता है अजमोद पत्तियों और जड़ का सेवन सलाद के रूप में लिया जाता है।

Nutrition of Parsley in Hindi

अजमोद में मौजूद पोषक तत्वों में vitamin ए , vitamin के , vitamin सी , vitamin ई, थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, vitamin बी 6, vitamin बी 12, पैंटोथेनिक एसिड, कोलीन , फोलेट, कैल्शियम , iron, मैग्नीशियम , मैंगनीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम , जिंक शामिल हैं। , और तांबा।

अजमोद का रस मिरिस्टिसिन, लिमोनेन, यूजेनॉल और अल्फा-थुजीन जैसे वाष्पशील यौगिकों के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में कार्य करता है। इसकी पत्तियां ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट , वसा और प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत हैं ।

Benefits of Parsley in hindi

हम आपको अजमोद के पत्तो का रस और पत्ते खाने के स्वास्थ्य लाभ नीचे बताने जा रहे है। दोस्तों अजमोद का उपयोग खाने में सूखे पत्तो के रूप में उपयोग कर सकते है। अजमोद में एंटीऑक्सिडेंट और Anti-Inflammatory गुण पाए जाते है जो शरीर में किडनी, ब्लड प्रेशर, गंठिया और एसिड को रोकने में मदद करते है। Parsley के बीजो का उपयोग हम चाय में, पानी में और जूस में कर सकते है।

रतौंधी का इलाज करने में लिए अजमोद का रस

अगर आपके शरीर में vitamin ए की कमी है, तो आपको रतोंदी रोग की समस्या उत्पन्न हो सकती है। अजमोद (Parsley in hindi) में भरपूर मात्रा में vitamin पाए जाते है जिसके कारण रातोंदी और अन्य रोगो के उपचार में सहायता प्रदान करते है। अजमोद में महत्वपूर्ण Anti-Oxidant पाए जाते है – प्रो – vitamin ए कैरोटिनॉयड और Beta Karoline जो हमें किसी उम्र में हमारे रेटिना और कॉर्निया को होने वाले नुकसान से बचाने का काम करता है। अध्ययनों में ये माना गया है की अजमोद के उपयोग से मोतियाबिंद की समस्या में भी राहत पाई जा सकती है।

कैंसर के इलाज में अजमोद का उपयोग

जिन लोगो को कैंसर की समस्या है, वे लोग अजमोद का उपयोग कर सकते है क्योकि अजमोद के तेल में उच्च मात्रा में फ्लेवोनोइड पाया जाता है। अजमोद के सेवन से शरीर में ऑक्सीज़न की कमी से होने वाले ऑक्सीडेशन की समस्या से राहत मिलती है। अजमोद में Anti-Oxidant होते है जो ट्यूमर के विकास को रोकने में मदद करता है।

अजमोद का उपयोग मूत्र सम्बन्धी समस्या में

अजमोद मूत्र सम्बन्धी समस्याओ को हल करने में मदद करता है। अजमोद में दो जड़ी बूटी अवयव जैसे – apiol और myristicin पाए जाते है जो मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करते है। अजमोद के पत्ते पाचन तंत्र की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है अजमोद शरीर को Detoxified कर शरीर में से अत्यधिक पानी निकालने में समर्थ है।

प्रतिरक्षा प्रणाली को करे मजबूत

अजमोद vitamin, mineral,और antioxidant भरपूर मात्रा पाए जाते है साथ ही अजमोद में vitamin – सी, vitamin – बी, vitamin – के और Folic Acid जैसे कई प्रकार के तत्व पाए जाते है। अजमोद में पाए जाने वाले vitamin ए शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं और लिम्फोसाइट को नियंत्रित करने में मदद करते है। दरअसल अजमोद का उपयोग घरेलु उपचार सामान्य तौर पर आसानी से कर सकते है।

हड्डियों की मजबूत बनाये अजमोद

Parsley हड्डियों के घनत्व, फ्रेक्चर के समय हड्डियों को मजबूती प्रदान करते है, क्योकि अजमोद में भरपुए मात्रा में कैल्सियम, मैग्नेशियम, mineral, और vitamin K की भरपूर मात्रा पाई जाती है। अजमोद में iron भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, अजमोद के पत्तो में vitamin सी और iron होने के कारण, ironके बेहतर अवशोषण को बढ़ावा देते हैं – जो बदले में anaemia के इलाज में मदद करता है ।

बैक्टीरिया का सफाया करे

अजमोद के रस में जीवाणुओं के प्रति विरोधी गुण पाए जाते है, जो विशेष रूप से Staphylococcus Orios के खिलाफ होते है। अजमोद के रस में Anti-Oxidant गुण पाए जाते है जो नेगेटिव Bacteria के खिलाफ प्रभावी रूप से कार्य करते है। अजमोद के जड़, पत्तियों, और रस का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है।

ह्रदय को मजबूत कर उसे स्वस्थ बनाये

शरीर में फॉलिक एसिड की कमी से anaemia की गंभीर बीमारी हो सकती है, अजमोद के रस में भरपूर मात्रा में Folic Acidका अच्छा स्त्रोत पाया जाता है जिससे अनीमिया की बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। अजमोद के पत्तो में नमक कम होता है जो ह्रदय के स्वस्थ के लिए मदद करते है।

अजमोद का रस ग्रंथियो को बनाये मजबूत

अजमोद में एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते है, जिसके सेवन से शरीर में बढ़ी हुई ग्रंथियों को कम करने में मदद करता है। अजमोद शरीर में उपस्थित जहरीले पानी को फ़िल्टर कर विषाक्त प्रदार्थो को बाहर निकलता है। अजमोद की जड़ में विटामिनो से भरपूर तत्व पाए जाते है जैसे :- कैल्शियम, आयरन, बी – काम्प्लेक्स, और vitamin – के।

कान के स्वास्थ्य में सुधार के लिए सर्वश्रेष्ठ पेय

अजमोद के पत्तो का रस कानो के मेल को साफ़ करने उसे ह्यइजिन करने के काम भी अाता है। अजमोद के रस में Anti-Bacterial Propertyपाई जाती है जिसके सेवन से शरीर में से बैक्टीरिआ को बाहर निकाला जा सकता है।

Uses of Parsley in Hindi

अजमोद का उपयोग किसी भी रूप जैसे पत्ते, जड़, और रस के रूप में आसानी से कर सकते है। अजमोद के सेवन से शरीर को नई ऊर्जा, और शरीर में नए रक्त का निर्माण होता है। (Parsley in hindi) अजमोद का उपयोग बालो के विकास, मुहांसे, और झुर्रियों से छुटकारा पाने में मदद करता है। अजमोद के पत्ते के सेवन से पेट में पाचन की समस्या से भी निजात मिलती है।

Side Effects of Parsley in Hindi

किसी भी औषधि या जड़ी बूटी का सेवन हद से ज्यादा करना शरीर के लिए दुखदाई साबित हो सकता है। जो लोग अजमोद का सेवन बड़ी और ज्यादा मात्रा में करते है, उन्हें त्वचा सम्बन्धी और महिलाओं को गर्भाश्य के सिकुड़ने की समस्या हो सकती है। जो माताएं स्तनपान करवाती है उन्हें डॉक्टर की सलाह के बाद अजमोद का सेवन करना चाहिए।

अजमोद के अत्यधिक सेवन से त्वचा पर लाल दाने, और सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

यदि आप अजमोद का सेवन दवा के रूप में करते है तो नुकसान नहीं झेलना पड़ता लेकिन अधिक सेवन से एलर्जी का कारण बन सकता है।

बहुत अधिक मात्रा में अजमोद का सेवन करना बिल्कुल भी safe नहीं है, क्योकि इससे रक्त की प्रवाह गति धीमी हो सकती है और आपको anaemia, और गुर्दे की समस्या हो सकती है।